Add To collaction

खूबसूरत है ज़िंदगी

इस  में  शामिल  है  तेरी  बंदगी,
हाँ  बेहद  खूबसूरत  है  जिंदगी।

इश्क़  झलकता है तेरी नज़रों से,
ये नज़रें करती हैं तेरी नुमाइंदगी।

तेरी  वफ़ा  उम्र भर रहे साथ मेरे,
यूँ  ही  इश्क़ रहे हमारा पायंदगी।

बेवफाई ज़ीस्त ए ख़सारा ना करे,
ना फैले हमारी मुहब्बत में गंदगी।

एक तू  ही शामिल रहे ज़िंदगी में,
किसी  ग़ैर  का ख़्याल हो रिंदगी।

पाक़किज़ा  मुहब्बत रहे तेरी मेरी,
ना  हो इससे किसी को शर्मिंदगी।

तू  मेरी  हयात  तू  जान  है  मेरी,
"निक्क" मुहब्बत तेरी सेवाबंदगी।

शब्दार्थ
बंदगी - भक्ति पूर्वक ईश्वर की वंदना
जिंदगी - जीवन
नुमाइंदगी - प्रतिनिधित्व
पायंदगी - नित्यता, स्थायित्व
गंदगी - मैलापन
रिंदगी - पाप, बुराई
शर्मिंदगी - लज्जित, शर्मिंदा
सेवाबंदगी - आराधना, पूजा
पाक़किज़ा - पवित्र
ज़ीस्त ए ख़सारा - जीवन की हानि/नुकसान
हयात - ज़िन्दगी/जीवन

   21
18 Comments

Punam verma

02-Nov-2022 09:46 AM

Nice

Reply

nikksinghnikhil

03-Nov-2022 08:31 PM

Thank you

Reply

Abhinav ji

02-Nov-2022 08:34 AM

Very nice

Reply

nikksinghnikhil

02-Nov-2022 08:41 AM

Thank you

Reply

Suryansh

02-Nov-2022 07:20 AM

उम्दा सृजन और अभिव्यक्ति एकदम उत्कृष्ठ

Reply

nikksinghnikhil

02-Nov-2022 08:41 AM

धन्यवाद

Reply